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स्पोर्ट्स
| 4-मिनट में पढ़ें
देवेश त्रिपाठी
@devesh.r.tripathi
खेलों में भारत का भविष्य क्यों उज्जवल है? ये दो बड़ी खबरें भरोसा जगाती हैं
भारत सरकार ने जूनियर लेवल से ही खिलाड़ियों को ओलंपिक (Olympic) खेलों में प्रदर्शन की तैयारी शुरू करा दी है. इसके लिए टारगेट ऑफ पोडियम स्कीम यानी टॉप्स कार्यक्रम (TOPS) चलाया जा रहा है. भारत के लिए वर्ल्ड कैडेट जूडो चैंपियनशिप में गोल्ड हासिल करने वाले लिन्थोई चनंबम (Linthoi Chanambam) इसी टॉप्स स्कीम का हिस्सा हैं.
स्पोर्ट्स
| 6-मिनट में पढ़ें
आर.के.सिन्हा
@RKSinha.Official
नीरज चोपड़ा और ऋषभ पंत को क्या जोड़ता है?
ऋषभ पंत बड़े से बड़े गेंदबाज की सबसे बेहतर गेंद पर भी छक्का मारने की क्षमता रखते हैं. वहीं नीरज चोपड़ा को पूरा यकीन है कि वो इस साल के अंत तक जेवलिन थ्रो में 90 मीटर की दूरी तय कर लेंगे.
स्पोर्ट्स
| 4-मिनट में पढ़ें
देवेश त्रिपाठी
@devesh.r.tripathi
नीरज चोपड़ा ने साबित कर दिया है कि वो केवल नाम के 'गोल्डन ब्वॉय' नहीं हैं
टोक्यो ओलंपिक से लौटने के बाद कई इंटरव्यू में नीरज चोपड़ा से पाकिस्तान के जेवलिन थ्रोअर अरशद नदीम को लेकर सवाल पूछे गए थे. लेकिन, उन्होंने हर बार बहुत ही सादगी के साथ कहा था कि खेल भेदभाव करना नहीं सिखाता है.
स्पोर्ट्स
| 6-मिनट में पढ़ें
देवेश त्रिपाठी
@devesh.r.tripathi
नीरज चोपड़ा यदि गेंदबाज होते तो...
वैसे, एक आम भारतीय लड़के की तरह जेवलिन थ्रो से पहले नीरज चोपड़ा का भी पसंदीदा खेल क्रिकेट ही था. अगर नीरज चोपड़ा क्रिकेट में चले गए होते, तो भारत के लिए आज जेवलिन थ्रो में गोल्ड नहीं आ पाता. लेकिन, ऐसा सोचा जाए कि अगर नीरज चोपड़ा गेंदबाज होते तो...
स्पोर्ट्स
| बड़ा आर्टिकल
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
Neeraj Chopra ने टोक्यो में पहला भाला फेंकते ही तय कर दिया था आखिरी परिणाम
टोक्यो ओलंपिक में जेवलिन थ्रो (भाला फेंक) मुकाबले का स्वर्ण पदक जीतने वाले नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) ने अपने मिशन का आगाज चैंपियन वाली स्टाइल में ही किया था. उन्होंने क्वालिफाईंग राउंड में पहला ही थ्रो 86.65 मीटर तक फेंक दिया, जिसे फाइनल तक बाकी एथलीट छू नहीं पाए. और नीरज बन गए आजाद भारत के लिए ओलंपिक स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले एथलीट.
स्पोर्ट्स
| 4-मिनट में पढ़ें
देवेश त्रिपाठी
@devesh.r.tripathi
Neeraj Chopra: गोल-मटोल हरियाणवी छोरे ने ऐसे जगाया ओलंपिक गोल्ड का सपना
भारत की ओर से पहला ओलंपिक खेल रहे नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) जेवलिन थ्रो (Javelin Throw) यानी भाला-फेंक के क्वालिफाइंग राउंड में पहले स्थान पर रहे हैं. हो सकता है कि नीरज चोपड़ा के थ्रो से टोक्यो ओलंपिक में भारत को अपना पहला स्वर्ण पदक भी मिल जाए.
स्पोर्ट्स
| 4-मिनट में पढ़ें
देवेश त्रिपाठी
@devesh.r.tripathi
Neeraj Chopra भाला-फेंक में फिलहाल अव्वल हैं, Vetter जानबूझकर दूसरे नंबर पर तो नहीं?
नीरज चोपड़ा ने अपनी पहली ही कोशिश में 86.65 मीटर जेवलिन थ्रो कर पूल ए की लिस्ट में टॉप किया. 2018 में कॉमनवेल्थ गेम्स, एशियन गेम्स और वर्ल्ड जूनियर चैंपियन ने इस स्कोर के साथ फाइनल में जगह पक्की कर ली. लेकिन, नीरज चोपड़ा के बाद जो खिलाड़ी दूसरे नंबर पर रहा, वो जेवलिन थ्रो में गोल्ड मेडल का प्रबल दावेदार और 2017 का विश्व चैंपियन है.
स्पोर्ट्स
| 3-मिनट में पढ़ें
देवेश त्रिपाठी
@devesh.r.tripathi
Tokyo Olympic 2021: आखिरकार भारतीय पुरुष खिलाड़ियों ने भी जगाई मेडल की उम्मीदें
23 जुलाई को ओलिंपिक खेलों का आगाज होने के बाद से भारतीय पुरुष हॉकी टीम को छोड़ दिया जाए, तो अब तक हुए अन्य खेलों में भारतीय लड़के दूर-दूर तक नजर नहीं आ रहे थे. भारतीय पुरुष हॉकी टीम सेमीफाइनल में हारने के बाद अब ब्रॉन्ज मेडल की रेस में है. भारतीय पुरुष खिलाड़ियों के लिए टोक्यो ओलंपिक आज का दिन काफी अहम रहा.